पुस्तकोपहार : पर्यावरण संरक्षण हेतु एक पहल
केन्द्रीय
विद्यालय आयुध निर्माणी रायपुर देहरादून में प्रति वर्ष कि भांति इस वर्ष भी पुस्तकोपहार कार्यक्रम मनाया गया । इस उत्सव में छात्र-छात्राएं पिछली कक्षा की
किताबों को दूसरे बच्चों को उपहार स्वरुप भेंट करते है केन्द्रीय विद्यालय की
पुस्तकोपहार योजना निशुल्क है जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक पेड़ों को कटने से बचाना
है, क्योंकि कागज पेड़ों से ही बनते हैं। एक पेड़ से 16.67 कागज के रीम बनते हैं और एक रीम में 500 sheets होते
हैं, तो एक पेड़ से 16.67×500=8335 sheets कागज बनता हैं।यदि आप सब इस पुस्तक
उपहार योजना/उत्सव में पुरानी कक्षा की पुस्तकों को दान करके और अगली कक्षा की
पुस्तकें प्राप्त करके भाग लेते हैं, तो जाने-अनजाने में
कितने पेड़ों को कटने से बचा सकते हैं। कार्यक्रम में श्री सुनील दत्त प्राचार्य श्रीमती मंजू गुसाई गुप्ता उप-प्राचार्या श्रीमती शिल्पिका सिंह
(प्रधानाध्यापिका) एवं श्री सुनील रावत पुस्तकालयाध्यक्ष मौजूद थे । सबसे पहले श्री सुनील रावत पुस्तकालयाध्यक्ष
द्वारा बच्चों को पुस्तकोपहार के उद्देश्य के बारे
में जानकारी प्रदान कि गई उसके उपरांत श्री सुनील दत्त प्राचार्य पुस्तकोपहार के बारे में बतया गया तथा बच्चों को पुस्तकें उपहार
स्वरुप दी बच्चों द्वारा इस कार्यक्रम में बढ़ चढ कर भाग लिया गया तथा पुस्तकों का
आदान प्रदान किया गया ।
No comments:
Post a Comment