पुस्तकोपहार : पर्यावरण संरक्षण हेतु एक पहल
प्यारे बच्चों जैसा कि आप जानते हैं कि केन्द्रीय विद्यालय प्रति वर्ष नये सत्र की शुरुआत में पुस्तक उपहार उत्सव मनाता है। इस उत्सव में छात्र-छात्राएं पिछली कक्षा की किताबों को विद्यालय पुस्तकालय में जमा करते हैं और अगर अगली कक्षा की पुस्तक उपलब्ध हो तो पुस्तकें प्राप्त करते हैं। केन्द्रीय विद्यालय की पुस्तकोंपहार योजना निशुल्क है जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक पेड़ों को कटने से बचाना है, क्योंकि कागज पेड़ों से ही बनते हैं। एक पेड़ से 16.67 कागज के रीम बनते हैं और एक रीम में 500 sheets होते हैं, तो एक पेड़ से 16.67×500=8335 sheets कागज बनता हैं।यदि आप सब इस पुस्तक उपहार योजना/उत्सव में पुरानी कक्षा की पुस्तकों को दान करके और अगली कक्षा की पुस्तकें प्राप्त करके भाग लेते हैं, तो जाने-अनजाने में कितने पेड़ों को कटने से बचा सकते हैं। ज़रा सोचिए।
विद्यार्थी अपनी पिछली कक्षा की पुस्तकें अपने साथी या जानकारी में जो भी साथी हो, जिसे आपकी पुस्तकों की आवश्यकता हो, उसे अपनी पुस्तके उपहार में अच्छे से कवर चढ़ा कर उपहार स्वरूप दें सकते हैं ।
प्यारे बच्चों केंद्रीय विद्यालय के इस पुस्तक उपहार उत्सव में आप बढ़ चढ़कर हिस्सा ले औऱ सैंकड़ों पेड़ों को कटने से बचायें। आप अपनी पिछली कक्षा की पुस्तकें 28*मार्च*2023 तक विद्यालय पुस्तकालय में या अपने कक्षा अध्यापक को भी जमा करवा सकते हैं।
धन्यवाद
प्रिय विद्यार्थियों- दिये गए लिंक पर जाकर पुस्तकोपहार से संबंधित जानकारी अवश्य उपलब्ध कराएं।